बढ़ते प्रदेशकाे नियंत्रण करने के लिए सरकार और एनजीटी लगातार प्रयास कर रही है। प्रदेश में भी 15 साल पुराने कॉमर्शियल वाहनों की आरसी रिन्यअल पर राेक लगाने की तैयारी की जा रही है। वहीं अब एक अप्रैल से बीएस-4 के वाहनाें के न्यू रजिस्ट्रेशन नहीं हाे सकेगा। बीएस-4 की जगह अब बीएस-6 के वाहनाें का ही रजिस्ट्रेशन हाे सकेगा। बीएस-4 के वाहनाें की तुलना में बीएस-6 के वाहन पांच गुना पॉल्यूशन कम देंगे। यानी यूराे-6 के वाहनाें का प्रदूषण मानक शून्य के बराबर है।
राजस्थान में चल रहे 48 हजार डीजल ऑटो
इससे पहले दिल्ली में बढ़ते पॉल्यूशन के नियंत्रण काे कम करने के लिए दस साल पुराने डीजल और 15 साल पुराने पैट्रोल वाहनों पर चलने की राेक लगा दी है। प्रदेश में भी अब डीजल अाॅटाे रिक्शा काे अब एलपीजी किट लगाने पर ही परमिट, आरसी रिन्यूवल के साथ फिटनेस नहीं हाेगी। प्रदेश में करीब 48 हजार डीजल ऑटाे रिक्शा चल रहे हैं।